इंकार

इंकार

जब भी कभी ज़मीर,
का सौदा हो,
कायम रहो दोस्‍तों,
हुसैन के इंकार की,
तरह | 
HAPPY MUHARRAM

शब्द

शब्द

मैं ‘नहीं’ शब्द को सुनने के ,
सक्षम नहीं हूँ।
मैं इंकार को स्वीकार नहीं करता।

Dhirubhai Ambani